Unsecured Loan Meaning In Hindi: पढ़ें अनसिक्योर्ड लोन के बारे में पूरी जानकारी

अक्सर लोन लेते समय बैंक में सिक्योरिटी के तौर पर कोई सम्पति (asset) लोन की अवधि तक बैंक में जमा करना पड़ता है, तभी लोन मिलता है, लेकिन अगर किसी को अचानक पैसों की जरुरत पड़ जाए और उस वक़्त उनके पास गिरवी को कुछ भी न हो तो ऐसी स्थिति में भी उन्हें लोन मिल जाता है जिसे unsecured loan कहते है। इसमें आवेदनकर्ता को बिना किसी गारंटी के लोन दिया जाता है। अब हम आगे Unsecured Loan Meaning in Hindi को विस्तार से जानेगे।

बैंको में ग्राहकों को दो तरह के लोन मिलते है, पहला Secured loan और दूसरा Unsecured Loan, लेकिन आज के इस पोस्ट में हम आपको Unsecured Loan Meaning In Hindi के बारे में बताएंगे। यहां हमने unsecured loan से जुडी हर जानकारी जैसे इसके कितने प्रकार है, यह loan लेने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए? इसके अलावा सिक्योर्ड लोन तथा अनसिक्योर्ड लोन के बीच क्या फ़र्क है? इसके अलावा यह भी समझाया है की यह लोन किनके क्या है? इन सबको विस्तार से बताया है। 

Unsecured Loan Meaning In Hindi

Unsecured Loan जिसे हिंदी में आसुरक्षित ऋण कहते है। पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड लोन, एजुकेशन लोन, इत्यादि ये सभी इसके उदाहरण है। आमतौर पर जब आप बैंक से लोन लेते है तो पहले बैंक को अपनी कोई संपत्ति (asset) गिरवी रखना पड़ता है, लेकिन unsecured loan में ऐसा नही होता है। ग्राहकों को loan लेने के लिए बैंक में किसी भी तरह का सिक्योरिटी रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

यह लोन सभी ग्राहकों को नही दिया जाता है, सिर्फ उन्ही को मिलता है, जिनका अच्छा क्रेडिट स्कोर, आय का स्थाई एक स्रोत तथा इनकम टैक्स रिटर्न, इन सब जानकारी के आधार पर ही बैंक लोन देती है। इस बात का ध्यान रहे की secured loan से अधिक ब्याज दर unsecured loan में देना पड़ता है, क्योंकि इसमें जोखिम अधिक रहता है। इसके अलावा लोन चुकाने की अवधि भी कम मिलती है, जिसके भीतर ब्याज समेत पूरा लोन चुकाना होता है।

अगर ग्राहक लोन लेने के बाद किसी कारण उसे नही चुका पाते है, तो बैंक को इससे नुकसान काफी होता है। यही कारण है की बैंक सबसे पहले उस ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री, पुर्नभुगतान, ये सब कुछ अच्छे से देख लेती है। उसके बाद ही लोन देती है, क्योंकि ऐसे ग्राहक ब्याज समेत लोन की राशि चुका देते है। 

Types of Unsecured Loans In Hindi 

Unsecured Loan के कई प्रकार है, जिसकी जानकारी हर आवेदनकर्ता को पता होनी चाहिए, जो हमने आगे विस्तार से बताया है – 

अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन – कई लोग Unsecured loan प्राप्त करने के बाद उसका इस्तेमाल कई निजी कार्यों जैसे मेडिकल खर्च, घूमना, घर की मरम्मत, आदि में करने लगते है। लेकिन कुछ बैंक लोन देते समय यह बता देते है की आप किन-किन कार्यो में लोन खर्च कर सकते है।  

स्टूडेंट / शिक्षा लोन – ज्यादातर स्टूडेंट लोन चाहे वह सरकारी बैक से लिया गया हो या प्राइवेट बैंक से, सभी अनसिक्योर्ड लोन की कैटेगरी में ही आते है।  

बिज़नेस लोन – यह लोन अधिकतर वही लोग लेते है जो कोई अपना नया बिज़नेस शुरू कर रहे है उसी बिज़नेस को आगे बढ़ाना चाहते है। वैसे में यह लोन लिया जाता है।  

अनसिक्योर्ड लोन किसे लेना चाहिए ?

वो लोग जिन्हे लोन तो चाहिए, लेकिन उस लोन के बदले उनके पास बैंक में कोई भी संपत्ति (asset) गारंटी के तौर पर गिरवी रखने के लिए नही है। हालांकि, अगर आपका सिबिल स्कोर 700 से ऊपर है, तो बैंक आसानी से आपको लोन दे देती है। चूंकि, Unsecured Loan में जोखिम अधिक रहता है, इसलिए बैंक को अधिक ब्याज देना पड़ता है। लेकिन अगर सिबिल स्कोर बहुत अच्छा है तो ब्याज दर कुछ प्रतिशत छूट भी मिलता है। ये लोन तभी लेना चाहिए, जब सच में आपको पैसों की सख्त जरूरत हो, क्योंकि बाद में ब्याज समेत पूरा लोन चुकाना भी होता है, इसलिए लेने से पहले अच्छे से सोच विचार कर ले।

Unsecured Loan Eligibility

आप unsecured loan kya hota hai तो आपको समझ आ गया, अब हम जानेंगे, यह लोन प्राप्त करने के लिए क्या योग्यता (eligibility) होना अनिवार्य है, जो हमने आगे बताया है। ये Unsecured Loan सिर्फ उन्ही को मिलता है, जिनका सिबिल स्कोर बहुत अच्छा यानी 700 से अधिक है, बैंक उन्हें से लोन प्रदान करती है। इसके अलावा आय का एक अच्छा स्रोत होना चाहिए। बैंक यह देखती है की आवेदनकर्ता नौकरीपेशा है या बिजनेस करने वाला है। अगर नौकरी करने वाला है तो उसे अपनी सैलरी स्लिप दिखाना पड़ता है और बिजनेस करता है तो उससे business ownership के दस्तावेज देना होता है। 

Secured Loan और Unsecured Loan के बीच अंतर

बहुत लोगो को सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन, इनके बीच का अंतर नहीं जानते है, तो इसलिए नीचे हमने इन दोनों तरह के लोन में क्या फ़र्क है, यह बताया है – 

Secured Loan Unsecured Loan
सिक्योर्ड लोन लेते समय बैंक में पहले कोई संपत्ति (asset) जमा रखना अनिवार्य है, तभी लोन मिलता है। फिर लोन चुकाने के बाद संपत्ति (asset) वापस मिल जाता है।अनसिक्योर्ड लोन में बैंक को किसी भी तरह की गारंटी नही देना पड़ता है।
इसमें जोखिम बहुत कम होता है, क्योकि सिक्योरिटी के तौर पर बैंक आपकी कोई संपत्ति जमा कर लेती है।चूंकि, गारंटी के तौर में आपकी किसी भी तरह की संपत्ति गिरवी नहीं रखी रहती है, इसलिए इस लोन में जोखिम बहुत अधिक होता है।
इस लोन में ब्याज दर काफी कम लगता है।इसमें आपको बहुत अधिक ब्याज दर चुकाना पड़ता है।
इस लोन आप लंबे समय के लिए ले सकते है, क्योंकि इसमें आपकी सिक्योरिटी जमा रहती है।ये लोन प्राप्त करने के बाद ब्याज समेत पूरी राशि लौटने के लिए कम अवधि रहती है।
इसमें आपको कितना loan मिलेगा, ये आपके द्वारा जमा किए सिक्योरिटी पर निर्भर करता है।इसमें रिस्क अधिक के कारण बैंक बहुत बड़ा अमाउंट नहीं देती है।

निष्कर्ष

इस बात का ध्यान रखे की Unsecured loan आपको तभी लेना है, जब पैसों की आपको सबसे ज्यादा जरूरत हो, क्योंकि इसका ब्याज दर अधिक रहता है, जिसे चुकाना अनिवार्य है। इसलिए ये लोन लेने से पहले एक बार अच्छे से सोच विचार कर ले, उसके बाद ही कोई निर्णय ले। उम्मीद करता है जो भी जानकारी हमने आपको Unsecured Loan Meaning Kya Hai से संबंधित इस पोस्ट में बताया है, जिसे आप अच्छे से समझ गए होंगे।  फिर भी अगर आपका कोई सवाल हो तो कमेंट करके पूछना न भूले। 

FAQs

क्या अनसिक्योर्ड लोन में प्रोसेसिंग चार्ज लगता है? 

हाँ, जब भी बैंक यह लोन देता है तो उसकी एक प्रोसेसिंग फीस चार्ज करता है जो आपको देना पड़ता है। यह चार्ज बैंक के अनुसार कम या ज्यादा हो सकता है। 

अनसेक्योर्ड लोन को वापस करने की अवधि क्या रहती है ? 

अनसेक्योर्ड लोन को ब्याज समेत चुकाने की अधिकतम अवधि 5 साल तक रहती है। कुछ बैंको में ये अवधि अलग भी हो सकती है। 

आवेदन स्वीकार होने के बाद लोन मिलने में कितना समय लगता है? 

जब आपका आवेदन बैंक से स्वीकार हो जाता है तो अगले 24 घंटो के भीतर आपको लोन मिल जाता है। हालांकि, कुछ बैंक अधिक समय भी ले सकते है।  

क्या ऑनलाइन माध्यम से अनसेक्योर्ड लोन के आवेदन हो सकता है? 

बिल्कुल, आजकल कई बैंक ग्राहकों को अनसिक्योर्ड लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा प्रदान करती है।